पुस्तक हमें रोशनी देती,
अन्धकार को दूर भगाती .
शिक्षा और मनोरंजन की,
दुनियाँ देखो अलग बसाती।
छोड़ो आलस पकड़ो पुस्तक,
भरा किताबों मेँ है ज्ञान,
पढ़-लिख कर तुम बनो महान,
तभी मिले तुमको सम्मान।
द्वारा :- आकांक्षा चंद्रा
कक्षा :- २
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